इस्लामिक शायरी (Islamic Shayari in Hindi) अल्लाह की याद, इबादत और इंसानियत की खूबसूरती को बयां करने का एक नज़्मिया तरीका है। यह शायरी दिल को सुकून देती है और हमें अल्लाह के करीब महसूस कराती है। 2 Line Islamic Poetry में ईमान (Faith), सब्र (Patience) और मोहब्बत (Love) जैसे जज़्बात को बहुत खूबसूरती से पेश किया जाता है। इस ब्लॉग में आपको सबसे बेहतरीन Islamic Shayari in Hindi, Allah Shayari, और Islamic Quotes 2 Lines मिलेंगे जो आपके दिल को छू लेंगे और आत्मा को सुकून देंगे।
Best Islamic Shayari in Hindi

अल्लाह पर भरोसा रखो, वो रास्ते वहीं बनाता है जहाँ कुछ नहीं होता।
सजदे में जो गिरता है, उसे कोई नहीं गिरा सकता।
जो अल्लाह को नहीं भूलता, उसे कभी कोई तोड़ नहीं सकता।
सब्र करने वाला कभी खाली नहीं लौटता।
तक़दीर वही बदलती है जो दुआओं में यकीन रखता है।
हर दर्द में अल्लाह की कोई रहमत छुपी होती है।
जो दिल से शुक्र करता है, उसके ग़म हल्के हो जाते हैं।
नमाज़ वो रिश्ता है जो बंदे को रब से जोड़ता है।
ज़िंदगी तब आसान होती है जब नियत साफ़ होती है।
जो अल्लाह को याद रखता है, उसे सुकून मिलता है।
मोहब्बत तब मुकम्मल होती है जब उसमें खुदा शामिल हो।
हर ग़म में एक पैग़ाम होता है — सब्र करो, अल्लाह देख रहा है।
जो दिल अल्लाह के लिए झुके, वो सबसे ऊँचा होता है।
रूह को सुकून सिर्फ अल्लाह के ज़िक्र से मिलता है।
जब दिल टूटे, तो याद रखो, रब तुम्हें और मज़बूत बना रहा है।
अल्लाह वही देता है जो तुम्हारे हक़ में बेहतर होता है।
जो सब्र करता है, वो कभी मायूस नहीं होता।
दुआ वो चाबी है जो हर बंद दरवाज़ा खोल देती है।
जो खुद को छोटा समझता है, अल्लाह उसे ऊँचा कर देता है।
हर सजदे में राहत है, हर दुआ में बरकत है।
अल्लाह की रहमत हर उस दिल पर बरसती है जो सच्चा होता है।
सब्र करने वालों के लिए अल्लाह के पास खास इनाम है।
जो दूसरों की मदद करता है, वो अल्लाह के सबसे करीब होता है।
रब वही देता है जो तुम्हारे दिल के लायक होता है।
जो नेकी करता है, उसका असर कभी खत्म नहीं होता।
मोहब्बत का असली मतलब है – रब की इबादत करना।
हर सांस अल्लाह की नेमत है, हर लम्हा उसकी रहमत है।
जो अल्लाह से डरता है, उसे किसी और से डरने की ज़रूरत नहीं।
जब उम्मीदें खत्म हो जाएं, तो दुआ शुरू करो।
जो दूसरों को सुकून देता है, उसे अल्लाह सुकून देता है।
ग़म चाहे जितना हो, रब पर यकीन रखो।
अल्लाह की मर्ज़ी से बढ़कर कोई ताक़त नहीं।
जो रब पर भरोसा रखता है, वो कभी नाकाम नहीं होता।
सच्ची मोहब्बत अल्लाह की राह में होती है।
जो सजदे में गिर गया, वो गुनाहों से उठ गया।
ज़िंदगी में सबसे बड़ी ताक़त दुआ है।
हर मुश्किल आसान हो जाती है जब अल्लाह साथ होता है।
जो दिल अल्लाह के नाम से धड़कता है, वो कभी उदास नहीं होता।
तक़दीर बदलती है जब नीयत पाक होती है।
अल्लाह के फैसले में हमेशा हमारी भलाई होती है।
जब दिल में ईमान हो, तो डर खुद दूर भागता है।
नेकी में सुकून है, गुनाह में सज़ा।
जो सब्र करता है, वो खुदा का प्यारा होता है।
हर अंधेरे के बाद उजाला आता है, बस ईमान रखो।
जो अल्लाह को याद करता है, वो कभी अकेला नहीं होता।
दुआ मांगने से पहले यकीन रखो, रब सुन रहा है।
जब अल्लाह साथ हो, तो डर किस बात का।
हर ग़म एक इम्तिहान है, हर सब्र एक इनाम।
जो दूसरों के लिए अच्छा चाहता है, अल्लाह उसके साथ होता है।
ज़िंदगी की असली खूबसूरती अल्लाह की याद में है।
Islamic Life & Peace Shayari

अल्लाह पर भरोसा रखो, वो हर मुश्किल आसान कर देता है।
जब दिल में ईमान हो, तो रास्ते खुद बन जाते हैं।
सब्र करने वाला कभी खाली नहीं लौटता, अल्लाह उसे सुकून देता है।
जो हर हाल में शुक्र अदा करे, वही सच्चा मोमिन है।
नेकी में सुकून है, गुनाह में नहीं।
तक़दीर वही बदलती है जो दुआओं में यकीन रखता है।
अल्लाह के करम से ही दिल में चैन उतरता है।
जो झुक गया अल्लाह के सामने, उसे दुनिया के आगे झुकना नहीं पड़ता।
खुदा की याद में सुकून पाना ही असली अमन है।
हर नमाज़ एक नई उम्मीद की शुरुआत है।
ज़िंदगी का असली मज़ा तब है जब दिल में शुक़्र हो।
जो कुछ भी मिला, वो अल्लाह की रहमत है।
हर सांस इबादत है अगर नीयत पाक हो।
मुश्किलें इम्तिहान हैं, सज़ा नहीं।
हर दर्द में रहमत छुपी होती है।
जो शिकायत छोड़ दे, वो अमन पा लेता है।
जब दिल अल्लाह की याद में भीग जाए, तो ग़म सूख जाते हैं।
रहमत की बारिश हर उस दिल पर होती है जो माफ़ करना जानता है।
जो सब्र करता है, वो सबसे अमीर है।
शुक्र करना सीखो, शिकायत मिट जाएगी।
अल्लाह की राह में सब्र करने वाला कभी हारता नहीं।
जब भरोसा अल्लाह पर हो, तो डर किस बात का।
हर रात के बाद सवेरा आता है, यही तो ईमान है।
जो अल्लाह की मर्ज़ी में खुश रहे, वही नसीब वाला है।
हर हाल में सब्र करना ही असली ईमान है।
ग़म उसी को सताता है जो अल्लाह को भूल जाता है।
जब दिल में यकीन हो, तो मंज़िल खुद नज़दीक आ जाती है।
जो नमाज़ में रोता है, वो दुनिया में मुस्कुराता है।
सच्चा सुकून सिर्फ अल्लाह की याद में है।
अपने रब को याद करो, वो तुम्हें सुकून देगा।
जो माफ़ कर देता है, वो अल्लाह के सबसे क़रीब होता है।
नेक काम छोटी चीज़ नहीं, बड़ी रहमत होती है।
इंसानियत ही इस्लाम की असल पहचान है।
नफरत नहीं, मोहब्बत फैलाओ यही इस्लाम है।
जो दूसरों को सुकून देता है, वो खुद भी सुकून पाता है।
हर नेक दिल में अल्लाह का नूर बसता है।
झूठ बोलने वाला खुद से भी दूर हो जाता है।
अल्लाह हर उस दिल को देखता है जो रोता नहीं, लेकिन महसूस करता है।
इंसाफ़ करने वाला अल्लाह का पसंदीदा बंदा होता है।
दया करो, रहमत पाओ यही अल्लाह का हुक्म है।
दुनिया की दौलत सुकून नहीं देती, अल्लाह की याद देती है।
जो दिल से दुआ करता है, वो कभी खाली नहीं लौटता।
सच्चा मुसलमान वो है जो सब्र और शुक्र में जीता है।
मोहब्बत इबादत बन जाए तो ज़िंदगी आसान होती है।
जो दूसरों की मदद करता है, उसके गुनाह हल्के हो जाते हैं।
रहमत का दरवाज़ा तब खुलता है जब दिल में अहंकार बंद हो।
जो अल्लाह से डरता है, उसे किसी और से डरने की ज़रूरत नहीं।
हर रूह को सुकून तभी मिलता है जब वो अपने रब को पहचान लेती है।
जब दिल साफ़ हो, तो ज़िंदगी आसान हो जाती है।
अल्लाह के हर फैसले में बेहतरीन मकसद होता है, बस यकीन रखो।
Islamic Shayari in Urdu

Allah ki rehmat se wo dil milte hain,
Jo doston ki khushi mein bhi khush hote hain.
Dua se hi naseeb badalte hain,
Gham nahi, sabr se dil sambhalte hain.
Har mushkil asaan hoti hai,
Jab Allah pe imaan hota hai.
Jo sabr karta hai, wo kabhi tanha nahi rehta,
Allah hamesha uske saath rehta hai.
Duniya chhoti lagti hai jab Allah dil mein hota hai,
Sukun sirf uski yaad mein hota hai.
Har raat ke baad ek naya savera hota hai,
Allah har gham ke baad khushi deta hai.
Imaan wo roshni hai jo kabhi bujhti nahi,
Jo Allah se judta hai wo kabhi girta nahi.
Dua karo to yakeen bhi rakho,
Kyunki Allah kabhi khaali haath nahi lautata.
Jo Allah ke hukum mein khushi dhundhta hai,
Uska dil hamesha chain se rehta hai.
Sabr aur shukr dono zaroori hain,
Tabhi zindagi mein sukoon aur barkat rehti hai.
Namaz wo silsila hai jo dil ko saaf karta hai,
Har sajde mein ek nayi roshni milti hai.
Jo log maaf karte hain,
Unke dil mein Allah ka noor hota hai.
Duniya ke har gham ka ilaaj sirf dua hai,
Jo dil se maange, use kabhi na kabhi milta hai.
Jo Allah se darta hai,
Duniya usse darti hai.
Khuda unka saathi hai,
Jo sabr aur insaaf ke raaste chalte hain.
Har khushi mein Allah ka shukriya ada karo,
Har gham mein uski rehmat dekho.
Zindagi tab khoobsurat hoti hai,
Jab dil mein imaan hota hai.
Jo Allah ko yaad karta hai,
Wo kabhi udaas nahi hota.
Har saans Allah ki rehmat hai,
Har pal ek nayi niyamat hai.
Jo dil se dua karta hai,
Uska Rab kabhi use akela nahi chhodta.
Jo log Allah pe bharosa karte hain,
Unhe kabhi niraasha nahi milti.
Duaon se hi zindagi badalti hai,
Har gham khushi mein dhalti hai.
Jab dil paak ho to raaste asaan hote hain,
Allah ke bande kabhi hairaan nahi hote.
Har takleef ek imtihan hai,
Jiska sabr hi nishan hai.
Jo raaton mein ro ke dua karta hai,
Uski zindagi Allah roshan karta hai.
Sabr ek chhoti si cheez hai,
Magar uska ajar behisaab hai.
Jo dil se shukr karta hai,
Uske naseeb badal jaate hain.
Namaz sirf farz nahi,
Dil ka sukoon hai.
Har sajde mein sukoon hai,
Har dua mein barkat hai.
Jo insaan sabr seekh jaaye,
Wo kabhi udaas nahi hota.
Allah wo rehmat hai jo kabhi khatam nahi hoti,
Sirf yakeen zaroori hai.
Jo Allah ke raste pe chalta hai,
Wo kabhi gumrah nahi hota.
Duniya ka sukoon milta hai,
Jab dil Allah ke zikr mein rehta hai.
Har gham mein ek paighaam hota hai,
Allah kabhi bekaar dukh nahi deta.
Jo log dusron ke liye dua karte hain,
Unki dua sabse pehle qubool hoti hai.
Jo apne Rab se mohabbat karta hai,
Wo kabhi tanha nahi hota.
Allah ki rehmat samundar se gehri hai,
Sirf dil saaf hona chahiye.
Jo zindagi Allah ke liye jeeta hai,
Uska har din ibadat ban jaata hai.
Har musibat mein ek rehmat chhupi hoti hai,
Bas dekhne wali nigah chahiye.
Allah wo hai jo chup chaap sunn leta hai,
Aur bepanah ata karta hai.
Jab dil udaas ho to Allah ko yaad karo,
Uska zikr har gham mita deta hai.
Jo log insaaniyat se pyaar karte hain,
Allah unse khush rehta hai.
Har dua ek nayi umeed hoti hai,
Bas yakeen dil se rakhna hota hai.
Jo dil se Allah ko maange,
Uska Rab kabhi mana nahi karta.
Zindagi ek safar hai,
Allah hi uska rehnuma hai.
Jo har haal mein khush rahe,
Wo Allah ka pasandeeda banda hai.
Har nuksan mein bhi kuch behtari hoti hai,
Allah kabhi zulm nahi karta.
Jo Allah ke hukum ko samajh jaaye,
Wo zindagi se kabhi shikayat nahi karta.
Har dua ka waqt hota hai,
Allah kabhi dair nahi karta.
Jo dil se maafi maangta hai,
Allah use zarur maaf karta hai.
Islamic Sad Shayari in Hindi

जब दिल टूटता है, तो सिर्फ अल्लाह ही सहारा देता है।
कुछ दर्द ऐसे होते हैं जो सिर्फ सजदे में हल होते हैं।
अल्लाह पर भरोसा रखो, वही टूटे दिलों को जोड़ता है।
जब कोई साथ नहीं देता, तो अल्लाह हमेशा साथ होता है।
ज़िंदगी की हर तकलीफ़ में अल्लाह की रहमत छुपी होती है।
ग़म कितना भी बड़ा हो, सब्र उससे बड़ा होना चाहिए।
जो रोता है अल्लाह के सामने, वो कभी हारता नहीं।
हर टूटे दिल की मरहम बस दुआ में मिलती है।
कभी-कभी दर्द भी नेमत होता है, जब वो अल्लाह के करीब ले जाए।
अल्लाह हमें वही देता है जो हमारे लिए बेहतर होता है।
जब अल्लाह किसी चीज़ को छीन लेता है, तो बेहतर चीज़ देता है।
हर ग़म एक सबक सिखाता है, बस समझने की ज़रूरत है।
जो अल्लाह की मर्ज़ी में खुश रहता है, वो कभी उदास नहीं रहता।
सजदे में गिरा हुआ इंसान कभी ग़म में नहीं गिरता।
जब दिल टूटे तो याद रखो, अल्लाह तुम्हें आज़मा रहा है।
दुनिया से नहीं, अपने रब से उम्मीद रखो।
जो सब्र करता है, उसके आँसू भी इबादत बन जाते हैं।
ग़म वो ही महसूस करता है, जो रूह से मोहब्बत करता है।
अल्लाह सब सुनता है, बस दिल से पुकारो।
जब दिल में दर्द हो, तो ज़ुबान पर बस “अल्हम्दुलिल्लाह” रखो।
कोई नहीं जानता किस ग़म में कौन जी रहा है,
मगर अल्लाह सब देख रहा है।
कभी-कभी खामोशी भी दुआ बन जाती है।
ज़िंदगी की ठोकरें हमें रब के करीब लाती हैं।
अल्लाह कभी उन दिलों को नहीं तोड़ता जो सच्चे होते हैं।
जो तक़दीर में लिखा है, वही मिलेगा, ग़म करना बेकार है।
रोने वाले दिलों को अल्लाह ज़रूर सुकून देता है।
जब सब साथ छोड़ दें, तो अल्लाह ही आसरा होता है।
हर दर्द एक नयी दुआ को जन्म देता है।
सब्र करने वाला कभी खाली नहीं लौटता।
जब हालात मुश्किल हों, तो सजदा बढ़ा दो।
जो दिल से तड़पता है, वो अल्लाह के सबसे करीब होता है।
दुनिया में हर रिश्ता टूट सकता है, पर अल्लाह का नहीं।
ग़म तब आसान हो जाते हैं जब ईमान मज़बूत होता है।
जब अल्लाह दुख देता है, तो हिम्मत भी साथ देता है।
रब की मर्ज़ी के आगे इंसान की चाल नहीं चलती।
जो अल्लाह पर भरोसा रखता है, वो कभी ना टूटता है।
जब उम्मीद खत्म हो जाए, तो बस रब को याद करो।
हर आँसू अल्लाह के सामने गिनती में आता है।
वो रब कितना रहमदिल है, जो ग़म में भी सुकून देता है।
टूटा दिल भी अल्लाह की रहमत से जुड़ जाता है।
जब कोई समझ न पाए, तब अल्लाह समझता है।
हर दर्द में एक रहमत छुपी होती है।
रब वही देता है जो हमारे लिए बेहतर होता है।
जो अल्लाह से प्यार करता है, वो कभी अकेला नहीं होता।
दर्द चाहे जितना हो, दुआ कभी छोड़नी नहीं चाहिए।
जब सबर टूटे, तो याद करो, अल्लाह देख रहा है।
हर मुश्किल वक्त एक नई रहमत लेकर आता है।
ग़म की रात जितनी भी लंबी हो, सवेरा ज़रूर आता है।
जब ज़िंदगी थकाने लगे, तो रब से बात करो।
सजदे में गिरे आँसू ही सबसे कीमती मोती होते हैं।
Allama Iqbal Islamic Shayari in Hindi

खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले,
खुदा बंदे से खुद पूछे, बता तेरी रज़ा क्या है।
सितारों से आगे जहाँ और भी हैं,
अभी इश्क़ के इम्तिहान और भी हैं।
तू अपने आप को कर बुलंद इतना,
कि खुदा खुद तुझसे तेरी मंज़िल पूछे।
दिल से जो बात निकलती है असर रखती है,
पर नहीं ताक़त-ए-परवाज़ मगर रखती है।
अल्लाह की रहमत पर यकीन रखो,
हर अंधेरे के बाद एक उजाला होता है।
वजूद क्या है, फकत एक ख़याल है मेरा,
जो खुद में खो गया, वही खुदा के पास है।
मोहब्बत वो नहीं जो चेहरे से नज़र आए,
मोहब्बत तो वो है जो सजदे में नज़र आए।
उठो मेरे जवानों, समय की पुकार सुनो,
खुदी को पहचानो और ईमान को मज़बूत करो।
कभी खुद पर भरोसा करना सीखो,
क्योंकि खुदा उसी की मदद करता है जो खुद चलता है।
तुझे पाने की तमन्ना अब दुआ बन गई है,
हर सांस में तेरा ज़िक्र होने लगा है।
हर इश्क़ का मक़सद खुदा की पहचान है,
मोहब्बत इबादत है अगर नीयत पाक है।
तेरे सजदे में ही सुकून है,
तेरी याद ही मेरी ज़िंदगी का जुनून है।
वक़्त अगर तेरा साथ न दे,
तो तू खुद वक़्त बना ले।
तेरा इश्क़ मेरी ज़िंदगी की रूह है,
तेरे बिना सब अधूरा है।
अगर तेरा ईमान ज़िंदा है,
तो तू कभी हार नहीं सकता।
तू मिटा दे अपने वजूद को इस क़दर,
कि सिवा अल्लाह के कुछ दिखाई न दे।
ज़िंदगी का मक़सद खुदी की पहचान है,
और खुदी की पहचान ही ईमान है।
जिस दिल में खुदा बसता है,
वहाँ कभी डर नहीं होता।
तू खुद को पहचान,
तेरे अंदर एक जहाँ बसता है।
अगर खुदा से मोहब्बत है,
तो ग़म भी रहमत बन जाता है।
जब इरादा नेक हो,
तो रास्ते खुद आसान हो जाते हैं।
हर सजदे में एक नई रोशनी मिलती है,
बस दिल सच्चा होना चाहिए।
तू अपने अंदर खुदा की तलाश कर,
काबा भी तेरे दिल में मिलेगा।
अपने रब से रिश्ता मज़बूत रख,
दुनिया खुद तेरा साथ देगी।
मोहब्बत वही है जो खुदा के लिए हो,
इंसान के लिए नहीं।
तेरी रूह को सुकून तब मिलेगा,
जब तू अल्लाह के करीब होगा।
जब तक ईमान ज़िंदा है,
तब तक उम्मत ज़िंदा है।
इबादत से बढ़कर कोई सुकून नहीं,
क्योंकि सजदा ही इंसान की शान है।
तू वो नहीं जो दुनिया कहे,
तू वो है जो खुदा तुझसे चाहता है।
मोहब्बत वो नहीं जो लफ़्ज़ों में हो,
मोहब्बत तो वो है जो इबादत में हो।
जो अपने रब से जुड़ा है,
वो कभी अकेला नहीं होता।
जब दिल में ईमान बस जाए,
तो डर खुद दूर भागता है।
तुझे खुदा ने बेकार नहीं बनाया,
तेरे अंदर एक मक़सद छिपा है।
हर हाल में अल्लाह का शुक्र अदा करो,
क्योंकि हर हाल में रहमत है।
तू अपने रब से जो मांगे,
वो हमेशा तेरे हक़ में देगा।
ग़म को भी नेमत समझो,
क्योंकि वो रूह को पाक करता है।
जो खुदी को समझ गया,
वो खुदा के राज़ तक पहुँच गया।
दुनिया की रौशनी बुझ सकती है,
पर ईमान की रौशनी नहीं।
जो सजदे में गिरता है,
वो कभी गिरा हुआ नहीं कहलाता।
तेरी दुआ अगर सच्ची है,
तो खुदा कभी इंकार नहीं करेगा।
मोहब्बत अल्लाह की दी हुई रहमत है,
इसका सही इस्तेमाल इबादत है।
हर इंसान में खुदा की झलक है,
बस देखने वाली नज़र चाहिए।
जब तक अल्लाह का नाम ज़ुबान पर है,
तब तक सुकून दिल में है।
तेरा सजदा ही तेरी ताक़त है,
और तेरा ईमान ही तेरी पहचान है।
मोहब्बत को अगर ईमान से जोड़ दो,
तो ज़िंदगी जन्नत बन जाती है।
जब दिल टूटा तो इश्क़ नहीं टूटा,
वो इबादत में बदल गया।
अल्लाह की रहमत हर वक़्त साथ है,
बस दिल में यकीन रखना ज़रूरी है।
तू अल्लाह को याद रख,
अल्लाह तुझे कभी नहीं भूलेगा।
जो ईमान में मज़बूत है,
वो दुनिया की हर परीक्षा में पास है।
खुदी को समझो,
यही अल्लामा इक़बाल की सबसे बड़ी तालीम है।